Jaggery Making Business in Hindi | गुड़ बनाने का व्यवसाय कैसे शुरू करें ?

Jaggery Making Business

jaggery making business का मुख्य प्रोडक्ट है jaggery जिसे हिंदी में गुड़ कहते हैं। गुड़ चीनी का एक वैकल्पिक ऐसा मीठा खाद्य पदार्थ है जिसके बहुत सारे फायदे हैं। यह चीनी की तुलना में लाख गुना बेहतर एवं गुणकारी मीठा खाद्य पदार्थ है। यह विटामिन A एवं B तथा फास्फोरस, आयरन, कैल्शियम आदि तत्वों का भण्डार है। इसमें फास्फोरस सर्वाधिक मात्रा में पाया जाता है गुड़ का इस्तेमाल सर्दियों में सबसे ज्यादा किया जाता है चीनी की जगह गुड़ का इस्तेमाल करने  से खांसी जुकाम से बचाव होने के साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है इसीलिए गुड़ को सेहत के लिए बहुत लाभप्रद  माना जाता है। 

गुड़ के उपरोक्त लाभों को देखते हुए इसकी मांग बाज़ार में हर सीजन में बनी रहती है चाहे ठंडी हो गर्मी हो या फिर बरसात गुड़ की बिक्री हमेशा होती है ऐसे में आप भी अगर बेरोजगार हैं और कोई  व्यवसाय करने की सोंच रहे हैं तो कम पूँजी में भी यह बिज़नेस आराम से स्टार्ट कर सकते हैं और अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।  

गुड़ क्या है ?

गुड़ एक मीठा खाद्य पदार्थ है जिसे गन्ने के रस से बनाया जाता है यह खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होता है इसकी तासीर बहुत गरम होती है यह मीठा होने के साथ औषधीय गुणों से भरपूर होता है।गुड़ खाने के निम्नलिखित फायदे हैं –

  1. खून की कमी को दूर करता है गुड़ में काफी मात्रा में आयरन पाया जाता है जिसको खाने से  मनुष्य में रक्त की मात्रा बढ़ती है और एनीमिया ठीक हो जाती है। 
  2. हड्डियों को मजबूत करता है गुड़ में सर्वाधिक मात्रा में फास्फोरस पाया जाता है जिसे खाने से  हमारी हड्डियां मजबूत होती हैं। 
  3. सर्दी जुकाम से बचाता है गुड़ की तासीर बहुत गरम होती है इसलिए इसको खाने वाले व्यक्ति  को सर्दी जुकाम का कोई असर नहीं होता है। 
  4. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाता है गुड़ खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढती है। 
  5. पाचन सही रखता है यदि खाना खाने के बाद आप थोड़ा सा गुड़ खा लेते हो तो आपका खाना जल्दी पच जाता है।  
  6. कमजोरी दूर करता है गुड़ को दूध के साथ लेने से शारीरिक कमजोरी दूर होती है। 

गुड़ का बाज़ार कैसा है  ?

jaggery making business का बाज़ार बहुत अच्छा है दिन प्रतिदिन गुड़ की मांग  बढती जा रही है। गुड़ न सिर्फ हर घर में इस्तेमाल होता है बल्कि इसका उपयोग बड़ी बड़ी फैक्ट्रियों में चाकलेट बनाने व विभिन्न प्रकार की मिठाइयाँ और मूंगफली, रामदाना व तिल के पापड़ी बनाने के लिए भी भारी मात्रा में किया जाता है जिसके चलते इसकी मांग बाज़ार में सदैव बनी रहती है और भविष्य  में भी इसकी मांग में बढ़ोत्तरी होने की प्रबल संभावना है इसलिए इस व्यवसाय को शुरू करने का विचार यदि आपके मन में आया है तो अति उत्तम है आप Gud ka business बिना किसी हिच-किचाहट के शुरू कर सकते हैं।

यह किससे बनता है ?

jaggery making business  का सबसे मुख्य कच्चा माल गन्ना है। Ganne se gud banana बहुत ही आसान है, गन्ने के रस से सबसे अच्छा गुड़ बनाया जाता है वैसे तो ताड़ के रस व खजूर के रस से भी गुड़ बनायी जाती है परन्तु गन्ने के रस से तैयार गुड़ सर्वोत्तम माना जाता है। गन्ना एक ऐसी फसल है जो आपको वर्ष भर उपलब्ध नहीं रहती है और न ही इसे स्टोर करके रखा जा सकता है। यह नवम्बर माह से मार्च अप्रैल महीने तक किसानों के पास उपलब्ध होती है। अतः गुड़ बनाने का बिज़नेस एक सीजनल बिज़नस होता है जो  लगभग अक्टूबर से स्टार्ट होकर अप्रैल मई के महीने तक चलता है।

उत्तम किस्म का गुड़ बनाने हेतु निम्नलिखित कच्चे माल की जरूरत होती है-

  • गन्ना- यह गुड़ बनाने के लिए सबसे प्रमुख कच्चा माल है। 
  • अदरक- गुड़ में अल्प मात्रा में अदरक मिलाया जाता है जिससे उसकी औषधीय गुणवत्ता बढ़ जाती है।  
  • आंवले का रस- गुड़ में अल्प मात्रा में आंवले का रस मिलाया जाता है जिससे यह पाचनशील बन  जाता है। 
  • सौंफ- इसकी भी अल्प मात्रा गुड़ में मिलाई जाती है यह भी गुड़ के स्वाद को बढ़ा देता है।
  • सुखलाई की पत्तियों का रस-  इसको गन्ने के रस को गरम करते वक्त मिलाते हैं जिससे रस में  से मैल व सारी अशुद्धियाँ बाहर निकल जाय।   

कच्चा माल (गन्ना) कहाँ से मिलेगा ? (Raw Material for Jaggery Business)

गुड़ बनाने के लिए मुख्य कच्चा माल गन्ना होता है। गन्ना खेतो में पैदा होता है चूंकि आप औद्योगिक स्तर पर गुड़ बनाने का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं इसलिए आपको ज्यादा मात्रा में गन्ना चाहिए इसलिए आप चाहें तो दो चार गाँव के किसानो से कॉन्ट्रैक्ट करके उनसे गन्ने की खेती करवाइए और उनका सारा गन्ना खरीद लीजिये इससे आपको कच्चा माल लाने में आसानी रहेगी।   

फैक्ट्री कहाँ लगाएं और कितनी जगह चाहिए ?

गुड़ बनाने की फैक्ट्री ज्यादातर उस एरिया में लगायी जानी चाहिए जहाँ पर गन्ने की खेती ज्यादा की जाती हो जिससे आपको कच्चा माल आसानी से उपलब्ध हो जाए क्योंकि गन्ना एक ऐसी  फसल है जिसे काटने के तुरंत बाद इसको फैक्ट्री में पहुँचाना जरूरी होता है ताकि इसका रस सूख न जाय और फैक्ट्री लगाने के लिए प्रयाप्त जगह भी होनी चाहिए जिसमे मशीनरी एवं अन्य  उपकरण तथा गुड़ रखने का गोदाम भी बन जाए एवं सबसे ज्यादा  जगह की आवश्यकता कच्चे माल यानि गन्ने को रखने के लिए तथा रस निकल जाने के बाद बचे अवशेष जिसे खुइया कहते है, को स्टोर करने हेतु पड़ती है।   

आवश्यक मशीनरी एवं अन्य उपकरण (Jaggery Making Machine)

Jaggery Making Business
Jaggery Making Business

jaggery making business स्टार्ट करने हेतु निम्नलिखित मशीनों की आवश्यकता पड़ेगी-

  • क्रेशर मशीन- गुड़ बनाने में प्रयुक्त होने वाली सबसे मुख्य मशीन क्रेशर है जिसकी सहायता से गन्ने के रस की पिराई की जाती है। 
  • डीजल इंजन या जेनरेटर- क्रेशर को चलाने हेतु एक डीजल इंजन की आवश्यकता होती है जो  क्रेशर को घुमाता है यदि आप चाहो तो इस काम के लिए जेनरेटर का भी इस्तेमाल कर सकते हो। 
  • ड्रम या टैंक- क्रेशर मशीन से निकले गन्ने के रस को स्टोर करने के लिए बड़े बड़े ड्रम या टैंक का उपयोग किया जाता है।  
  • लोहे की बड़ी बड़ी छननी या सूती का साफ़ कपड़ा- रस को छानने के लिए इसका उपयोग किया जाता है। 
  • लोहे के बड़े बड़े कड़ाह(कड़ाही)- गन्ने के रस को गुड़ बनाने के लिए गरम करना पड़ता है जिसके  लिए लोहे की बड़ी बड़ी कड़ाही का इस्तेमाल किया जाता है। 
  • लोहे के बड़े चम्मच(बेलचा)- गन्ने के रस को गरम करते वक्त चलाना पड़ता है जिसके लिए  लकड़ी के हत्थे लगे बेलचों की जरूरत पड़ती है। 
  • सांचे-  गुड़ को विभिन्न आकार में ढालने के लिए साँचो की जरूरत पड़ती है। 
  • भट्ठियां- रस को गरम करने हेतु भट्ठियों की जरूरत पड़ती है। 

आप चाहें तो इन मशीनों को इंडियामार्ट से ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं। 

क्या कोई लाइसेंस भी लगेगा ?

jaggery making business का मुख्य उत्पाद गुड़ है जोकि एक खाद्य पदार्थ है इसलिए आपको FSSAI से इसका रजिस्ट्रेशन कराना पड़ेगा तथा लोकल अथॉरिटी से प्रदूषण नियंत्रण का NOC भी लेना होगा क्योंकि इसमें भट्ठियों के जलने से वायु प्रदूषण का खतरा रहता है। इन सभी लाइसेंस के सिवाय आप चाहें तो अपना ब्रांड नेम बनाकर उसका ट्रेडमार्क लाइसेंस लेकर अपने प्रोडक्ट की अलग पहचान बना सकते हैं ताकि बाज़ार में आपका प्रोडक्ट सबसे यूनिक रहे और कोई प्रोडक्ट की नक़ल न कर पाए। 

कितनी लागत आएगी ? (Jaggery Plant Investment)

jaggery business Plan स्टार्ट करने हेतु आपके पास मशीनों (Jaggery Making Machine Price in India) एवं अन्य जरूरी उपकरणों को खरीदने हेतु कम से कम ढाई से तीन लाख रुपये (क्रेशर मशीन की कीमत 35000 से 80000 रुपये तक होती है ) होने चाहिए तथा कच्चे माल की लागत आपके ऊपर निर्भर है कि कितने माल  से आप अपने बिज़नस की शुरुआत करना चाहते हैं। अगर आप Small Scale Jaggery Plant Price के बारे में जानना चाहते हैं तो आप मशीन की कीमत का पता indiamart की वेबसाइट से लगा सकते हैं। गन्ने का बाज़ार मूल्य आज के समय में 300 से 325 रुपये प्रति कुंतल है इस प्रकार यदि आप 1000 कुंतल गन्ने से अपना बिज़नस शुरू करते हैं तो लगभग 30 से 35 हजार रुपये की लागत कच्चे माल पर आ जाता है जैसे जैसे आपकी बिक्री बढ़ती जाती है आप और ज्यादा कच्चा माल खरीद सकते हैं और अपना बिज़नस बड़ा कर सकते हैं।    

गुड़ कैसे बनता है ? (Jaggery Making Process)

jaggery making business में औद्योगिक स्तर पर गुड़ बनाने में निम्नलिखित प्रोसेस अपनाया जाता है-

  • गन्ने की साफ़ सफाई- रस निकालने से पहले गन्ने में से अगोला एवं पत्तियों को अच्छी तरह से निकाल दिया जाता है एवं शुद्ध रोगरहित गन्ने का ही इस्तेमाल रस पेरने हेतु किया जाता है ताकि गुड़ की क्वालिटी खराब न हो। 
  • गन्ने की पिराई- अब गन्ने को क्रेशर मशीन की सहायता से पेरा जाता है जिससे गन्ने का रस  निकल आता है जिसे टैंक में स्टोर कर लिया जाता है। 
  • रस को छानना- अब रस को साफ़ सूती कपडे में छाना जाता है जिससे रस में से पत्तियां वगैरह निकल जाएँ। 
  • रस को गरम करना- अब रस को लोहे की बड़ी बड़ी कड़ाही में भट्ठी पर रखकर गरम करते हैं तथा इसमें सुखलाई के पौधे की पत्तियों को डाल दिया जाता है जिससे उसमे से मैल उबल कर बाहर निकल जाती है गरम करते वक्त सबसे ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत पड़ती है। रस को तब तक गर्म करते रहते हैं जब तक उसका रंग सुनहरा न हो जाय व गाढ़ा होकर सांचे में ढालने के लायक न हो जाय।  
  • सांचे में ढालना-   जब रस सुनहरे रंग का एवं गाढ़ा हो जाता है तब उसे सांचे में ढाला जाता है। 
Jaggery Making Business

पैकिंग 

चूंकि गुड़ साइज़ में बड़े होते हैं और इसको खरीदने वाले ज्यादातर किलो दो किलो या इससे अधिक ही खरीदते हैं इसलिए इसको छोटे छोटे पाउच की जगह बड़े बड़े गत्तों में ही पैक करना सुविधा- जनक रहता है। पूरी तरह से तैयार गुड़ को 5 किलोग्राम 10 किलोग्राम एवं 20 किलोग्राम के गत्तों में पैक कर दिया जाता है जिसे ट्रांसपोर्ट के जरिये विभिन्न होलसेलर विक्रेताओं के पास पहुंचाने में आसानी रहती है। 

इसको कहाँ बेंचे ?

जहाँ तक गुड़ के बिक्री का सवाल है तो यह ऐसा पदार्थ है जिसकी जरूरत हर घर में लगभग हर व्यक्ति को होती है अतः सभी किराना एवं राशन की दुकानों पर आपको गुड़ बिकता दिख जाएगा परन्तु आप गुड़ का औद्योगिक स्तर पर उत्पादन करते हैं तो आप किराना खोलकर तो अपना सारा गुड़ बेंच नहीं सकते हैं इसलिए आपको अपने आसपास के लोकल मार्केट्स में गुड़ के विभिन्न थोक विक्रेताओं से संपर्क करके उनको होलसेल रेट पर गुड़ की सप्लाई कर सकते हैं। 

इसके सिवाय विभिन्न तरह के खाद्य पदार्थ जैसे मूंगफली एवं रामदाना व तिल की पापड़ी बनाने वाली फैक्ट्रियों जिसमे गुड़ की ज्यादा जरूरत होती है, से संपर्क करके उनको अपना माल बेंच सकते हो इस तरह से आप का सारा माल बिक जाता है।

कितनी कमाई होगी ? (Jaggery Business Profit)

jaggery making business में प्रॉफिट के बहुत चांसेज हैं यदि आपका ब्रांड एक बार मार्केट में चमक गया और अपनी पहचान बना ले गया तो समझ लो आपकी चांदी ही चांदी है।आप जानते हैं की ब्रांडेड प्रोडक्ट्स की कीमत डुप्लीकेट प्रोडक्ट्स की तुलना में यदि दोगुनी भी हो तब भी लोग ब्रांडेड चीजें ही पसंद करते हैं क्योंकि ब्रांडेड प्रोडक्ट्स की क्वालिटी ही अलग होती है। इसी तरह आपभी अपने ब्रांड के गुड़ की क्वालिटी कुछ इस तरह से बनाइये की इसको जो एक बार खाए वो बार बार खाने को लालायित रहे आप शुरुआत में प्राइस थोडा कम रखिये बाद में बढ़ा सकते हैं। 

यदि प्रॉफिट का कैलकुलेशन किया जाय तो एक कुन्तल गन्ने के रस में लगभग 10 से 12 किलो- ग्राम तक गुड़ बन जाता है इस समय मार्केट में गुड़ का रेट 40 से 50 रुपया प्रति किलोग्राम  तक है यानी एक कुंतल गन्ने से तैयार गुड़ लगभग 500 से 550 रुपये का बिक जाता है इसमें से एक कुंतल गन्ने की लागत रुपया 325 तथा गुड़ तैयार करने तक का खर्च यदि लगभग 75 रूपये निकाल दिया जाय तब भी लगभग 150 रुपये बच जाते हैं यह मैंने  एक मोटा अनुमान बताया है  वास्तविकता इससे कम ज्यादा हो सकती है इस तरह से इसमें प्रॉफिट मार्जिन लगभग 45 से 50 प्रतिशत तक है। 

अतिरिक्त कमाई

गुड़ बनाने का बिज़नस एक ऐसा बिज़नेस है जिसमे आप अपने प्रोडक्ट्स को बेंचने के सिवाय  उससे निकलने वाले कचरे से भी कमाई कर  सकते हैं जिसे कहते हैं आम के आम गुठलियों के दाम जीहाँ गन्ने के तने की पेराई कर लेने के बाद बचे अवशेष जिसे खुइया या बगास कहते हैं, से आजकल कागज तैयार किया जाने लगा है अतः आप भी इस अवशेष को बेंचकर अतिरिक्त कमाई कर सकते हो इसके सिवाय एक और तरीके से आप अपनी लागत कम कर सकते हैं जैसे की भट्ठियों को जलाने हेतु ईंधन की आवश्यकता होती है। आप ईंधन के रूप में गैस खरीदते होंगे तो गैस न खरीदकर इस खुइया को ही भट्ठियों में ईंधन के रूप में इस्तेमाल करके अपना पैसा बचा सकते हैं।    

निष्कर्ष 

दोस्तों मुझे उम्मीद एवं पूर्ण विश्वास है कि आप लोगों को यह पोस्ट ‘jaggery making business कैसे स्टार्ट करें’ बहुत अच्छा एवं ज्ञानवर्धक लगा होगा फिर भी आप इस व्यवसाय को शुरू करने से पहले पूरी जानकारी अवश्य कहीं से प्राप्त कर लें तभी इस व्यवसाय को शुरू करें। यदि आपको यह पोस्ट पसंद आया हो तो प्लीज मुझे कमेन्ट करके बताइये और अपने दोस्तों को ज्यादा से ज्यादा शेयर कीजिये आपके कमेन्ट से हमें और अधिक प्रेरणा मिलती है जिससे हम आपके लिए और अधिक नए नए बिज़नेस आइडियाज ला सकें धन्यवाद।  

इसे भी पढ़ें- डेरी फार्म कैसे खोलें ?

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