Kurkure Making Business in Hindi | कुरकुरे की मैन्युफैक्चरिंग कैसे शुरू करें ?

kurkure making business

Kurkure Making Business एक बहुत तेजी से वृद्धि करने वाला व्यवसाय है। दोस्तों भारत एक विशाल देश है यहाँ की आबादी पूरे विश्व में चीन के बाद दूसरे स्थान पर है। यहाँ खाद्य पदार्थो की बहुत ज्यादा खपत है, गाँव हो या शहर खाने पीने वाले पदार्थो की भारी मांग हमेशा बराबर बनी रहती है। आप देखते होंगे की किराना की दुकानों पर पफ, Kurkure, चिप्स, नमकीन, पाश्ता, नूडल्स आदि के पाउच को बिकते देर नहीं लगती है। ये सभी प्रोडक्ट बहुत ही धड़ल्ले से बिकते है इन सभी प्रोडक्ट्स की मांग सभी घरों में होती है, विशेषकर छोटे-छोटे बच्चों में इनकी मांग ज्यादा रहती है।

ऐसे में अगर आप बेरोजगार हैं और आपके पास प्रयाप्त पूँजी है तो आप कुरकुरा, चिप्स आदि  बनाने की प्रोडक्शन यूनिट लगाकर आप लाखों रुपये महीने आसानी  से कमा सकते हो और साथ में कई अन्य लोगों को रोजगार भी दे सकते हो, तो आज के इस पोस्ट में मैं आप सबको  Kurkure Making Business के बारे में पूरी जानकारी दूंगा ताकि आप भी इस पोस्ट को पढ़कर अपना व्यवसाय शुरू कर सको और अपना जीवन सफल बना सको।

इसे भी पढ़िए- सरसों का तेल मिल कैसे लगाएं 

मार्केट रिसर्च(बाज़ार अवलोकन)

Kurkure Factory का स्टार्टअप शुरू करने से पहले हमें अपने आसपास के लोकल एरिया और मार्केट में जाकर एक विश्लेषणात्मक सर्वे कर लेना चाहिए की इस क्षेत्र में कुरकुरे की मांग है या नहीं, अगर है तो कितनी मात्रा में, और किस रेट में बिकता है, कितना प्रॉफिट मार्जिन आएगा, होलसेल रेट कितना है, कच्चा माल लोकल एरिया में मिल जायेगा या नहीं आदि सब बातों का विश्लेषण कर लेना आवश्यक है ताकि बाद में पछताना न पड़े।

बहुत से लोग जल्दबाजी में बिना सोंचे समझे कोई बिज़नस शुरू कर देते हैं और जब सफलतापूर्वक उसका संचालन नहीं कर पाते है तो उस व्यवसाय को बंद कर देते हैं और उसी में उनकी पूँजी डूब जाती है अतः कोई भी व्यवसाय  शुरू करने से पहले उसका मार्केट एनालिसिस जरूर करना चाहिए। 

फैक्ट्री के स्थान का चयन एवं आवश्यक जगह 

Kurkure manufacturing business को शुरू करने हेतु आपको एक ऐसे जगह का चुनाव करना है जहाँ तक यातायात व आवागमन की सुविधा हो फैक्ट्री तक बड़े वाहन आसानी  से आ जा सकें ताकि रॉ मटेरियल ( कच्चा माल) लाने में, और तैयार माल भेजने में आसानी रहे साथ ही फैक्ट्री लगाने का स्थान शहर के नजदीक हो तो ज्यादा अच्छा होगा।साथ ही उस जगह पर विद्युत् आपूर्ति जरूर होनी चाहिए क्योंकि मशीनों को चलाने हेतु हैवी इलेक्ट्रिक कनेक्शन लेने की आवश्यकता पड़ेगी।

इसके अलावा कुरकुरे की फैक्ट्री के लिए स्थान दो बातों पर निर्भर करता है पहला यदि आप Kurkure mini plant लगा रहे हैं तो आपके पास कम से कम 800 -1000 वर्ग फीट जगह होनी चाहिए इसके अलावा अगर आप इससे बड़ा प्लांट लगा रहे हैं तो कम से कम 1500 – 2000 वर्ग फीट की जगह होनी चाहिए। माल को स्टोर करने के लिए एक गोदाम होना चाहिये जिसका आकार आपके कच्चे माल के ऊपर निर्भर है की कितना माल तैयार करके आप स्टोर करते हैं।  

प्रयुक्त होने वाला रॉ मटेरियल (Kurkure Raw Material)

Kurkure making business के लिए मुख्य रूप से प्रयुक्त होने वाला कच्चा माल मक्का एवं चावल है, जो आसानी से आपके ही एरिया में मिल जाता है। इसके अलावा इसमें खाद्य तेल, नमक, हल्दी, लाल मिर्च व स्वाद के अनुसार विभिन्न तरह के फ्लेवर मिलाये जाते हैं। मक्का एवं चावल पीसकर प्रयोग किया जाता है।  

आवश्यक मशीनरी (Kurkure Making Machine)

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Kurkure Making Plant लगाने के लिए निम्नलिखित मशीनों की आवश्यकता पड़ती है-

  • वेट मशीन यह रॉ मटेरियल को तोलने की मशीन है जिस पर रॉ मटेरियल को विभिन्न अनुपात में तोलकर कुरकुरा बनाने हेतु प्रयुक्त किया जाता है।  
  • रॉ मटेरियल मिक्सर मशीन रॉ मटेरियल को खूब अच्छे से मिक्स करने के लिए मिक्सर मशीन होती है। 
  • Extruder मशीन (मुख्य मशीन जिससे कुरकुरा बनता है ) यह कुरकुरा मेकिंग यूनिट की मुख्य मशीन है इसी मशीन से कुरकुरा का निर्माण होता है। 
  • फ्रायर मशीन इस मशीन में extruder मशीन से निकले कुरकुरे को खाद्य तेल में तला (फ्राई) किया जाता है यदि आप फ्रायर मशीन नहीं लेना चाहते हैं तो एक बड़ी कड़ाही ले सकते हैं। 
  • ड्रायर मशीन इस मशीन से तले हुए कुरकुरे में तेल की अधिकता को निकाला जाता है यह अधिक तेल को निकाल कर बाहर कर देता है।
  • मसाला मिक्सिंग मशीन इस मशीन में कुरकुरे के साथ विभिन्न तरह के मसाले मिलाये जाते हैं। 
  • पाउच पैकिंग मशीन पूरी तरह से तैयार कुरकुरे को इस मशीन द्वारा पाउच में पैक किया जाता है।
  • एयर कोम्प्रेस्सर मशीन इस मशीन से पाउच पैकिंग करते समय पाउच में नाइट्रोजन गैस भरा जाता है जिससे की कुरकुरा जल्दी खराब न हो। 

व्यवसाय के सफल संचालन हेतु आवश्यक लाइसेंस (License for Kurkure Making Business)

चूंकि Kurkure Making Business एक खाद्य पदार्थ सम्बन्धी व्यवसाय है इसलिए आपको FSSAI से food लाइसेंस  लेना पड़ेगा जोकि अनिवार्य है। इसके सिवाय आपको अपने कंपनी का रजिस्ट्रेशन व ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन जरूर करवाना पड़ता है यदि आपने ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया और आपका बिज़नस बखूबी चल निकला तो कोई दूसरा व्यक्ति आपके ब्रांड के नाम से माल तैयार करके और आपके बने बनाये क्रेडिट का फायदा उठाकर लोकल माल भी महंगे मूल्य पर बेंच सकता है और आप कुछ कर भी नहीं सकते हैं इसलिए आप अपने ब्रांड का ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन जरूर करवाएं। इसके अलावा जीएसटी रजिस्ट्रेशन जरूर करवाएं। आपको अपने प्रोडक्ट्स की क्वालिटी को सदैव बेहतर रखना होगा क्योंकि बीच-बीच में क्वालिटी चेकिंग हेतु food इंस्पेक्टर के छापे पड़ते रहते हैं इसलिए आपको क्वालिटी मेन्टेन रखना होगा। 

आवश्यक पूँजी निवेश

Kurkure Business Plan स्टार्ट करने हेतु आपके पास कम से कम 8 से 10 लाख रुपये की आवश्यकता पड़ेगी जिसमे सभी मशीनों को खरीदा जा सके साथ ही रॉ मटेरियल व अन्य सभी शुरूआती खर्चे की पूर्ति हो सके। आवश्यक सभी मशीन की कीमत कम से कम 5 से 6 लाख रुपये की लागत आयेगी शेष राशि में रॉ मटेरियल आ जाएगा। इसके सिवा आपके पास यदि पहले से फैक्ट्री, गोदाम व ऑफिस की बिल्डिंग बनी हुयी नहीं है तो आपका निवेश दुगुना हो जाएगा क्योंकि आज के महंगाई के युग में मकान बनवाना बहुत खर्चीला काम है इसलिए आप फैक्ट्री एवं गोदाम के लिए बिल्डिंग कुछ दिनों के लिए किराए पर भी ले सकते हैं जिससे थोड़ी पूँजी बच सकती है और बाद में अपना बिज़नस चल जाने पर आप अपने खुद के प्लाट में Kurkure factory setup कर सकते हैं।  

कुरकुरा बनाने का फुल प्रोसेस (Kurkure making process)

दोस्तों फैक्ट्री में कुरकुरा कैसे बनता है  इसको मैं step by step समझाता हूँ जिसे आप अच्छे से समझ लें।  

1.रॉ मटेरियल को अच्छे से मिक्स करना- कुरकुरा बनाने का पहला चरण है उसमे प्रयुक्त होने वाले रॉ मैटेरियल्स को खूब अच्छी तरीके से मिक्स किया जाना, ताकि स्वादिष्ट कुरकुरा बन सके। इसके लिए मक्का और चावल को नमक मिलाकर मिक्सर मशीन में अच्छी तरह से मिलाते हैं। 

2.मिक्स मटेरियल को Extruder मशीन में कुरकुरा बनने हेतु डालना- अब खूब अच्छे से मिक्स्ड माल को कुरकुरा बनाने वाली extruder machine में डालते हैं जिसमे से कुरकुरे बनकर  निकलते हैं। इन कुरकुरों को एक बड़े बर्तन में रखते हैं।  

3.कुरकुरे को फ्रायर मशीन में तलना- तीसरे चरण में extruder मशीन से निकले कुरकुरे को क्रंची बनाने के लिए  खाद्य तेल में फ्राई किया जाता है इसके लिए यदि आपके  पास फ्रायर मशीन है तो फ्रायर मशीन में इसे डालिए अन्यथा एक बड़े कड़ाही में इसे तलते हैं इसको सुनहरे रंग के होने तक तलते हैं।  

4.ड्रायर मशीन में डालना- अब तले हुए कुरकुरे को ड्रायर मशीन में डालते हैं ताकि इसमें से तेल की अधिकता निकल जाय।  

5.मसाला मिक्सिंग मशीन में डालना- कुरकुरे को स्वादिष्ट बनाने हेतु उसमे विभिन्न तरह के  मसाले मिलाये जाते हैं जैसे की हल्दी पाउडर, धनिया पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, जीरा पाउडर आदि तथा अच्छा स्वाद देने के लिए कई तरह के फ्लेवर भी मिलाये जाते हैं।इसके लिए इन सभी मसालों को लेकर कुरकुरे के साथ मसाला मिक्सर मशीन में डाला जाता है ताकि खूब अच्छे से मिश्रित हो जाय और स्वादिष्ट कुरकुरा बन सके।  

6.पाउच पैकिंग करना- अब पूरी तरह से तैयार हो चुके कुरकुरे को पाउच में पैक किया जाता है इसके लिए कुरकुरों को पाउच पैकिंग मशीन में डाला जाता है जिसमे से कुरकुरे पाउच में पैक होकर बाहर निकलते हैं। कुरकुरे के पाउच में एयर कम्प्रेसर मशीन द्वारा पैकिंग के समय ही नाइट्रोजन गैस भर दी जाती है ताकि कुरकुरे जल्दी खराब न हों। 

मुरमुरा बनाने का व्यवसाय शुरू करें

सेलिंग एंड मार्केटिंग

किसी भी बिज़नेस की सफलता इस बात  पर निर्भर करती है की उसके प्रोडक्ट की बिक्री कितनी  हो रही है जितनी अधिक बिक्री होगी उतना ही अधिक मुनाफा होगा इसलिए अपने प्रोडक्ट की अधिकतम बिक्री हेतु आपको इस सेक्टर पर सबसे ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है। मेरा अपना मानना है यदि आप अपने प्रोडक्ट की क्वालिटी सही रखते हो और शुरुआत में अन्य कंपनियों की तुलना में अपने प्रोडक्ट की प्राइस कम रखते हैं तो आपका प्रोडक्ट अवश्य बिकेगा इसकी 100 % गारंटी है।  

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अपना बिज़नेस कैसे बढ़ाएं 

Kurkure Making Business को बड़े स्तर तक पहुचाने हेतु आपको कड़ी मेहनत करनी होगी।  ज्यादा से ज्यादा उत्पादन और सेल बढ़ाना होगा और आपको विभिन्न शहरों में अपनी एजेंसी डालनी होगी। प्रत्येक एजेंसी को एक निश्चित सेल का टारगेट देना होगा जिससे आपके बिज़नस में  निरंतरता बनी रहेगी और आपका बिज़नेस साल के बारह महीने तक चलता रहेगा। अपनी सेल को बढ़ाने हेतु आप निम्नलिखित काम जरूर करें-

  • बाज़ार में अपने प्रोडक्ट के पोस्टर बैनर जरूर लगवाएं। 
  • होलसेलर जो आपके प्रोडक्ट को बल्क क्वांटिटी में होलसेल रेट पर खरीदता है,  को बीच-बीच में  कोई गिफ्ट देना चाहिए। 
  • टीवी, समाचार पत्र व पत्रिकओं में विज्ञापन देना चाहिए। 
  • अपने आस पास या राज्य क्षेत्र में होने वाले किसी भी प्रकार के आपदा के समय पीड़ितों को यथासंभव चैरिटी डोनेट करना चाहिए व शैक्षणिक संस्थाओ में सहयोग करना चाहिए इन सब कार्यों से आपके कंपनी पर सकारात्मक असर पड़ता है। 
  • अपने कर्मचारियों से अच्छा व्यवहार रखें एवं उन्हें समय पर वेतन भुगतान अवश्य कर दें। 
  • ईमेल, बेबसाईट, फोन नंबर और सोशल मीडिया के जरिये ग्राहकों से संपर्क बनाये रखें।
  •  कस्टमर बनाने के लिए आप बीच-बीच में कुछ उपहार देने की योजना भी बना सकते हैं जिससे आपकी बिक्री अधिक होगी।
  • ग्राहक नए हों या पुराने उनसे आप अच्छा व्यवहार बनाये रखें कभी भी ग्राहकों से बदतमीजी से पेश न आयें।

प्रॉफिट (Kurkure business profit margin)

मुनाफा या प्रॉफिट एक ऐसा शब्द है जिसकी आकांक्षा हर बिजनेसमैन को रहती है वह जिस बिज़नस को कर रहा है उसमे ज्यादा से ज्यादा मुनाफा मिले और हर बिज़नस का उद्द्देश्य भी यही होता है। Kurkure Making Business में जहाँ तक प्रॉफिट की बात की जाए तो इस बिज़नस में प्रॉफिट मार्जिन बहुत ज्यादा है क्योंकि यह एक हॉट सेलिंग प्रोडक्ट है। इसमें एक मोटा अनुमान लगाया जाय तो एक क्विंटल रॉ मटेरियल से तैयार माल की market वैल्यू उसके कुरकुरा बनकर तैयार होने की कुल लागत से लगभग 4 से 5 गुना तक होती है अतः आप अपनी लागत के अनुसार मुनाफा का आंकलन कर सकते हो बस जरूरत है मेहनत व लगन से काम करने की।  

निष्कर्ष 

दोस्तों हमें आशा एवं पूर्ण विश्वास है की यह पोस्ट आपके लिए लाभदायक सिद्ध होगा और आप इसे पढ़कर व जान समझकर Kurkure Making Business स्टार्ट कर पाएंगे। फिर भी आप बिज़नेस स्टार्ट करने से पहले kurkure business की पूरी जानकारी अवश्य ले लें।

 

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