आज के इस लेख में Surgical Cotton Manufacturing Business in Hindi के बारे में डिटेल में बात करेंगे। सर्जिकल कॉटन का इस्तेमाल घावों को साफ करने और मरहम लगाने के बाद घाव पर रखने के काम आता है। सर्जिकल कॉटन की बहुत अधिक खपत होने के कारण दिन प्रतिदिन इसकी डिमांड बढती जा रही है ऐसे में अगर Surgical Cotton Manufacturing Business in Hindi का व्यवसाय शुरू किया जाय तो काफी ज्यादा पैसा कमाया जा सकता है।
सर्जिकल कॉटन आज हर मनुष्य की जरुरत बन चूका है। कभी भी किसी मनुष्य को चोट लगने, घाव होने की स्थिति में इसका प्रयोग अवश्य किया जाता है ऐसा न करने से घाव में मक्खियों के बैठने से इन्फेक्शन हो सकता है और घाव जल्दी ठीक नहीं होता है। अगर आप कभी कोई बाइक खरीदने के लिए जाते हैं तो उसमे भी आपको first ऐड में सर्जिकल कॉटन देखने को मिलता है। सर्जिकल कॉटन का व्यवसाय एक ऐसा व्यवसाय है जो कभी बंद नहीं होगा क्योंकि जब तक इस पृथ्वी पर मानव जीवन है तब तक हर किसी को चोट लगता रहेगा और घाव होते रहेंगे।
तो आइये दोस्तों आपको इस आर्टिकल में मैं आपको बताता हूँ की किस तरह से आप Surgical Cotton Manufacturing Business शुरू कर सकते हैं।
इसे भी पढ़िए- 70 नए बिजनेस ideas पढ़िए हिंदी में
Surgical Cotton क्या है ? (Surgical cotton manufacturing business in hindi)
Sergical Cotton को सोखने वाली रुई के नाम से भी जाना जाता है इसका इस्तेमाल घाव को साफ करने के लिए किया जाता है। जब घाव साफ हो जाता है तब घाव पर मरहम लगाकर रुई को ऊपर रखते हैं जिससे रुई मरहम को सोख लेता है और घाव पर रख कर बैंडेज की मदद से बांध दिया जाता है जिससे घाव पर मरहम का असर दो तीन दिनों तक बना रहता है और घाव जल्दी ठीक हो जाता है साथ ही घाव पर धूल,मिटटी और मक्खियाँ नहीं बैठ पाती हैं।
इसका इस्तेमाल घर पर छोटे मोटे घावों पर बंधने हेतु, अस्पताल, मेडिकल स्टोर्स, क्लिनिक, नर्सिंग होम आदि पर किया जाता है, इसके अलावा रुई का इस्तेमाल सेनेटरी पैड्स बनाने में और ब्यूटी पार्लर में मेक up को ठीक करने के लिए भी किया जाता है।
Sergical कॉटन के बिक्री हेतु संभावनाएं
सर्जिकल कॉटन को absorbent cotton भी कहा जाता है। इसका इस्तेमाल मेडिकल facilities देने वाले संस्थानों में बड़े पैमाने पर किया जाता है। तमाम पंचवर्षीय योजनाओं में स्वास्थ्य को विशेष महत्व दिया गया इन पंचवर्षीय योजनाओं के तहत जिन क्षेत्रों में अस्पताल नहीं थे वहां पर अस्पताल का निर्माण कराया गया जिससे सर्जिकल कॉटन की डिमांड बहुत अधिक बढ़ा है।
चिकित्सीय संस्थानों में सर्जिकल कॉटन का इस्तेमाल होने के अलावा लोगों के बीच स्वच्छता के प्रति जागरूकता फ़ैलाने के लिए hygienic मटेरियल के इस्तेमाल में भी इसका प्रयोग किया गया जिससे लोगों में बीमारी न पनपने पाए। Absorbent cotton का इस्तेमाल sanitary pad, napkin व फ़िल्टर बनाने में भी किया गया जिससे दिन प्रति दिन सर्जिकल कॉटन की डिमांड बढ़ती चली गयी।
sergical cotton को सरकारी अस्पताल के अलावा प्राइवेट अस्पताल में भी खूब प्रयोग किया जाता है। सरकारी अस्पताल के लिए sergical cotton को खरीदने के लिए टेंडर जारी किया जाता है या किसी सरकारी एजेंसी से ख़रीदा जाता है, लेकिन प्राइवेट अस्पताल में यही दवा बेंचने वाली कंपनियों से मंगाया जाता है अतः आप इन दवा कंपनियों को अपने द्वारा मैन्युफैक्चर किये हुए sergical cotton को बेंच सकते हैं साथ ही sergical कॉटन की डिमांड विदेशों में भी है जहाँ पर आप निर्यात भी कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें- मेडिकल स्टोर कैसे खोलें ?
Sergical cotton में इस्तेमाल होने वाला रॉ मटेरियल
- Raw Ginned Cotton
- Comber or Mill Waste Cotton
- Soda Ash
- Caustic Soda
- Bleaching Agent
- Lisapol
- Packaging Material for ex. gunny bags, paper, glue, labels आदि
मशीनरी और उपकरण (Surgical Cotton Manufacturing Machine)
- High pressure Keir
- Carding machine
- cotton dryer with steam heating
- Porcupine cleaners
- Centrifugal Hydro-extractor
- Wet cotton and Vertical opener
- Single soutcher and lap machine
- Rolling and winding machine
- Small band saw type machine with motor for rolls cutting
- Coal/wood fired boiler
- feed pump
- Water overhead tank
- Water treatment plant for treating process
- various M.S. tanks and concrete tanks
- Testing equipments such as pH meter, Soxhlet–extractor, chemical balance, crucibles, furnace, oven, etc.
मशीनों की अधिक जानकारी के लिए आप indiamart पर सर्च कर सकते हैं।
इसे भी पढ़िए- कलम बनाने का व्यवसाय कैसे शुरू करें ?
Sergical Cotton manufacturing Process
सबसे पहले कपास की गांठों को ओपनर मशीन की सहायता से खोला जाता है इसके बाद इसमें से धूल मिटटी को हटाया जाता है। इसके बाद ढीली कपास को High Pressure Keir में डाला जाता है। उस KEIR में सोडा ऐश, कास्टिक सोडा, डिटर्जेंट पाउडर आदि को डाल कर पर्याप्त पानी डाला जाता है फिर उसे 3 से 4 घंटे तक उबाला जाता है। इस प्रक्रिया को करने से तेल और प्राकृतिक मोम को हटा दिया जाता है जब कपास अच्छी तरह से मुलायम हो जाता है तब उसे उपचारित करने के लिए वाशिंग टैंक में डाल कर अच्छी तरह से धोया जाता है।
रासायनिक उपचार के कारण धुला हुआ कपास भूरे रंग का हो जाता है जिसे हटाने के लिए ब्लीचिंग एजेंट जैसे सोडियम hypochlorite या हाइड्रोजन पेरोक्साइड का उपयोग करके ब्लीच किया जाता है जिससे सफेदी और गीलापन में सुधार आता है। अब कपास में से रासायनिक की मात्रा को हटाने के लिए सल्फयूरिक एसिड डालकर फिर से धुला जाता है इसके बाद कपास का पानी हाइड्रो एक्सट्रैक्टर मशीन की मदद से निकाला जाता है फिर इसे गीले कपास खोलने वाली मशीन में भेजा जाता है।
इसके बाद प्राप्त कपास को ड्रायर से सुखाया जाता है। आप चाहें तो इसे धुप में भी सूखा सकते हैं इसके बाद सूखे हुए कपास को ब्लोअर रूम में भेजा जाता है जहाँ इसे अच्छी तरह से खोलकर लैप्स में बनाया जाता है फिर लैप्स को कार्डिंग मशीन में डाला जाता है जहाँ पर कॉटन को रोलर्स की सहायता से पतली परत में लपेट दिया जाता है इसके बाद पैकिंग पेपर के साथ जरुरत के हिसाब से आकार देकर रोल बनाया जाता है।
इसके बाद आवश्यकता अनुसार रोल की cutting की जाती है और पॉलिथीन में पैक करके लेबल को लगा दिया जाता है फिर इसे सीलिंग मशीन से सील कर दिया जाता है।
इसे भी पढ़िए- नॉन वोवन बैग बनाने का व्यवसाय कैसे शुरू करें?
Sergical Cotton हेतु लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन
Surgical Absorbent Cotton Business ड्रग एक्ट के तहत आता है इसलिए उद्दमी को Joint Commissioner Food and Drug विभाग से इस प्रकार का लाइसेंस लेना होगा। कोई भी उद्दमी जो इस बिजनेस को शुरू करना चाहता है उसे इस तरह के लाइसेंस के लिए apply करने हेतु निम्न document की आवश्यकता होगी –
- जिस जगह पर ये प्लांट लगाना चाहते हैं उस जमीन का लेआउट
- अगर जमीन खुद की है तो उसका पूरा कागजात
- जमीन अगर किराये पर लिया गया है तो उस जमीन के लीज एग्रीमेंट की copy
- मेमोरंडम ऑफ आर्टिकल ऑफ एसोसिएशन की कॉपी
- अगर उद्दमी इस बिजनेस को पार्टनरशिप में करने जा रहा है तो पार्टनरशिप डीड की copy
- पैकेजिंग मटेरियल नमूने की कॉपी
- स्टेट pollution कण्ट्रोल बोर्ड से NOC
- Unit Registration की कॉपी
- GST रजिस्ट्रेशन
- ट्रेड लाइसेंस
- MSME रजिस्ट्रेशन
आवश्यक जगह (Area for Surgical Cotton Manufacturing Business)
sergical absorbent cotton manufacturing करने के लिए आपको कई मशीनें लगानी पड़ेंगी, जिसमे आपके पास कम से कम 1000 स्कवायर मीटर का जगह होना चाहिए साथ ही ये भी सुनिश्चित करें की जगह मेन रोड पर हो जहाँ पर आसानी से आवागमन के साधन आ जा सकें साथ ही आपको ये ध्यान रखना है कि जिस जगह पर प्लांट लगाना चाहते हैं वहां पर बिजली और पानी की समुचित व्यवस्था हो।
टूथपेस्ट बनाने का बिजनेस शुरू करें कमायें लाखों
Sergical Absorbent Cotton की मार्केटिंग
किसी भी बिजनेस में सबसे अहम रोल होता है मार्केटिंग का। आप किसी भी प्रोडक्ट को बना लें यदि आपको मार्केटिंग करना नहीं आता है तो आप सफल नहीं हो सकते। अपना मार्किट बनाने के लिए सबसे पहले आपको पैसे खर्च करने पड़ेंगे अब ये पैसे आपको टीवी पर ऐड देकर खर्च करना पड़ सकता है या सोशल मीडिया पर अपना ऐड दे सकते हैं। जगह-जगह पोस्टर बैनर लगवा सकते हैं लोकल में जितनी मेडिकल शॉप की दुकाने हैं उनको जाकर अपना सैंपल दे सकते हैं।
सर्जिकल कॉटन मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस में होने वाला खर्च (Surgical cotton manufacturing plant cost in India)
Surgical cotton manufacturing plant लगाकर आप इस बिजनेस को आप तीन स्तर से शुरू कर सकते हैं स्माल स्केल , मध्यम स्केल और लार्ज स्केल। यदि आप स्माल स्केल से इस बिजनेस की शुरुआत करते हैं तो मशीनरी तथा उपकरण और कच्चा माल पर लगभग 40 से 50 लाख रूपये खर्च करने होंगे तभी आप इस बिजनेस को सुचारू रूप से कर पाएंगे।
निष्कर्ष
दोस्तों उम्मीद करता हूँ कि Surgical Cotton Manufacturing Business in Hindi का लेख पढ़कर आपको सब कुछ समझ में आ गया होगा, फिर भी अगर आप इस बिजनेस को शुरू करना चाहते हैं तो पूरी जानकारी लेनी होगी। अपना बिजनेस प्लान तैयार करना होगा, manufacturing प्रोसेस का ट्रेनिंग लेना होगा, इसके बाद आप सुचारू रूप से Sergical Absorbent Cotton Manufacturing Business को चला सकते हैं।
इसे अवश्य पढ़ें- सेनेटरी पैड्स बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें ?
टाट के बोरे बनाने का व्यवसाय कैसे शुरू करें ?