Tailoring Business Plan एक ऐसा व्यवसाय है जिसमे काम साल के बारह महीनो तक चलता रहता है Taloring Business में उतार चढ़ाव बहुत कम देखने को मिलता है। त्यौहार के सीजन एवं शादी विवाह के लगन के समय तो दिन रात तक फुर्सत नहीं होती है, बशर्ते आपका काम अच्छा हो। आजकल लोगों की पहचान उनके कपड़ों और उनके फैशन तथा स्टाइल से होती है। आज के समय में देखा जाय तो डिज़ाइनर कपड़े और फैशन की मांग भारतीय बाज़ारों में बहुत बढ़ चुकी है। लोग नित्य नए नए रंग और स्टाइल में कपड़े सिलवाते और पहनते हैं।
अगर आप भी उन लोगों में से हैं जो कम लागत में एक ऐसा बिज़नस शुरू करना चाहते हैं जिसे शुरू करने में ज्यादा दिक्कत न आये और कमाई भी अच्छी हो तो आप भी टेलरिंग का बिज़नस यानि सिलाई कढ़ाई की एक छोटी सी दुकान से शुरुआत कर सकते हैं। ऐसे में अगर आपको सिलाई कढ़ाई का ज्ञान है, आपने कहीं से सिलाई-कढ़ाई का प्रशिक्षण लिया है और आपके पास थोड़ी बहुत पूँजी है तो आपके लिए Tailoring Business Plan सबसे Best व्यवसाय साबित हो सकता है।
Tailoring Business को शुरू करने से पहले लोगों के दिमाग में तरह-तरह के सवाल पैदा हो जाते हैं जैसे How to Start Tailoring Business, How to Improve tailoring Business, How to Expand Tailoring Business, What is the Scope of Tailoring Business. इस आर्टिकल को पढने के बाद आपके सारे Doubt clear हो जायेंगे।
दोस्तों आज के पोस्ट में ‘सिलाई-कढ़ाई सेण्टर कैसे खोलें’ (Tailoring Business Plan in Hindi) इस टॉपिक पर आप लोगों को पूरी जानकारी देने वाला हूँ ताकि इसे पढ़कर आप अपना बिज़नस आसानी से स्टार्ट कर सको।
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टेलरिंग सेण्टर क्या है ?
Tailoring Center एक ऐसा स्थान है जहाँ पर आपके द्वारा बताये गये मनपसंद डिजाईन में आपके विभिन्न प्रकार के कपड़े सिले जाते हैं। इसके बदले में आपसे सिलाई के रूप में कुछ रुपये लिये जाते हैं। यही नहीं यहाँ सिलाई के सिवा कढ़ाई की भी व्यवस्था होती है। आजकल बहुत से लोग रेडीमेड कपड़े पहनने लगे हैं लेकिन वें कपड़े आपके शरीर पर बिल्कुल फिट नहीं बैठते है तब भी आपको किसी टेलर के पास उसे फिट कराने के लिए जाना पड़ता है अर्थात टेलर का काम होता है आपसे पैसे लेकर आपके कपड़े को आपके मनपसंद स्टाइल में सिल कर देना।
सेण्टर के लिए सही लोकेशन एवं आवश्यक स्पेस
Successful Tailoring Business आरम्भ करने हेतु आपको सही स्थान का चयन करना बेहद आवश्यक है। यदि आपका व्यवसाय सही स्थान पर नहीं होगा तो आपको उपभोक्ता नहीं मिल पाएंगे। आपको मुख्य बाज़ार, आवासीय भवनों के बीच में एक ऐसा क्षेत्र खोजना चाहिए जहाँ आपको आसानी से उपभोक्ता मिल सकें या एक ऐसे जगह पर खोला जाना चाहिए जो गारमेंट्स के शॉपिंग माल के आसपास हो या वहां कपड़े की ढेर सारी दुकाने खुलीं हों, जिससे कपड़े खरीदने के बाद लोग सीधे आपके सेण्टर पर आ सकें।
एक सिलाई सेण्टर खोलने हेतु कम से कम 10 x 15 वर्गफुट का एक कमरा होना चाहिए जिसमे एक या दो सिलाई मशीन, एक पीको मशीन, एक इन्टरलॉक मशीन स्थापित की जा सके। इसके सिवाय कपड़ो को रखने के लिए जगह होनी चाहिए जिसमे हैंगर लग सके। यदि आपके पास market में किराये पर दूकान उपलब्ध नहीं हो रही है तो आप अपने घर पर ही पूरा सेटअप लगा सकते हैं। जहाँ तक ग्राहक की बात है तो एक बार ग्राहक बन जाने के बाद ग्राहक स्वयं आपको ढूंढ़ते हुए आते हैं।
आवश्यक मशीनरी (Machinery for Tailoring business Ideas)

दोस्तों कुछ आवश्यक Tailoring Equipment List दिये जा रहे हैं जो निम्नलिखित हैं –
- सिलाई मशीन- सिलाई व्यवसाय में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली चीज सिलाई मशीन होती है जिससे कपड़े की सिलाई की जाती है।
- टेबल- कपडे को बिछाकर काटने हेतु एक बड़े टेबल की आवश्यकता होती है।
- इंची टेप- कपड़े की माप लेने हेतु इंची टेप की आवश्यकता होती है।
- कैंची- कपड़े को काटने हेतु कैंची की आवश्यकता होती है।
- टेलर चाक- कपड़ो की कटिंग के लिए कपड़ो पर निशान लगाने के लिए चाक की आवश्यकता होती है। बाज़ार में विभिन्न रंगों में चाक उपलब्ध होता है जो कपड़ो के लिए ही बनाया गया है इससे मापे गये स्थान पर कपड़े पर निसान लगाया जाता है।
- बुकरम- यह कपडे के कालर में लगाया जाता है जिससे कालर कड़ा रहता है।
- सुई और धागे- सिलाई मशीन में सुई और धागे की जरूरत होती है।
- स्केल-कपड़े को मापने के लिए इंची टेप के साथ स्केल की भी जरूरत पड़ती है।
- प्रेस मशीन (आयरन)- कपडे सिल जाने के बाद इस मशीन से उसको प्रेस किया जाता है।
- पीको मशीन- इस मशीन से कपडे पर पीको किया जाता है।
- इन्टरलॉक मशीन- इस मशीन से कपड़े पर इन्टरलॉक किया जाता है।
आवश्यक पूँजी (Investment for Tailoring Business Plan)
एक Tailoring Business Plan in India में शुरू करने हेतु ज्यादा पूँजी की आवश्यकता नहीं होती है इसमें मुख्य लागत मशीन को खरीदने में आती है।सेण्टर चलाने हेतु शुरुआत में आप दो सिलाई मशीनों से काम चला सकते हो। एक मैन्युअल सिलाई मशीन की अधिकतम कीमत लगभग 5000 रुपये तक है अगर आप इलेक्ट्रिक सिलाई मशीन खरीदते हैं तो लगभग 10 से 12 हजार रूपये लगेंगे। इसके अलावा आपको एक पीको मशीन तथा एक इन्टरलॉक मशीन भी खरीदनी पड़ेगी सभी मशीनरी उपकरणों तथा फर्नीचर को खरीदने में लगभग 50,000 रुपये की लागत आएगी। आपको शुरुआत में मैन्युअल मशीन से ही काम चलाना चाहिए। जब आपकी इनकम बढ जाये तब आपको इलेक्ट्रिक सेविंग मशीन खरीदनी चाहिए। इसके सिवाय आप बिना प्रेस मशीन के भी काम चला सकते हैं। आप पास के किसी कपड़ा प्रेस करने वाले व्यक्ति से अपने सिले सिलाये कपड़े प्रेस करवा सकते हैं।
Tailoring Shop Business Plan को बढ़ाने हेतु दो चार हेल्पर भी रखने पड़ेंगे उनको महीने के 9 से 10 हजार रुपये देने पड़ेंगे जिससे आपके पूँजी निवेश में बढ़ोत्तरी होगी परन्तु इससे आपको भी फायदा होगा।
अपने शॉप का प्रचार प्रसार करें
आपको अपने सिलाई-कढ़ाई सेण्टर के प्रचार प्रसार हेतु अपने लोकल market में जितने भी गारमेंट्स शॉप्स है, उसके आसपास बैनर पोस्टर लगवा सकते हैं और बैनर में अपना रेट लिस्ट भी छपवा सकते हैं। आपको अपना रेट अन्य टेलर्स के मुकाबले कम रखना होगा जिससे ज्यादा से ज्यादा ग्राहक आपके सेण्टर पर आ सकें और आपको ज्यादा अर्निंग मिल सके। आप अपने लोकल market के सभी गारमेंट शॉप ओनर से संपर्क कर सकते हैं ताकि वें अपने ग्राहकों को आपके Tailoring Center पर कपड़े सिलवाने का सुझाव दे सकते हैं जिससे आपके ग्राहकों की संख्या बढ़ सकती है।
सीट कवर और बैग की सिलाई भी साथ में
यदि आप Tailoring Business शुरू करने जा रहे हैं और बैग और सीट कवर भी सिलने में सक्षम हैं तो यह आपके लिए एक्स्ट्रा कमाई का जरिया बन सकता है। परन्तु इसके लिए आपको दूसरी बड़ी मशीन खरीदनी पड़ेगी, जिससे बैग की सिलाई की जा सके। इसी मशीन से सीट कवर की भी सिलाई की जा सकती है इस प्रकार आप बैग और सीट कवर की सिलाई अपने उसी सेण्टर से करके डबल कमाई कर सकते है।
लाइसेंस (License for Tailoring Business Plan)
Tailoring Business को चलाने हेतु किसी तरह का कोई लाइसेंस नहीं लेना पड़ता है। लेकिन यदि आपकी मंथली इनकम एक निश्चित सीमा से अधिक है तो आपको जीएसटी रजिस्ट्रेशन अवश्य करा लेना चाहिए ताकि भविष्य में कोई दिक्कत न उठानी पड़े। इसके सिवाय आप जिस market में अपनी दुकान खोल रहे हो वहां की लोकल म्युनिसिपेलिटी कुछ टैक्स वसूलती है जिसे मंथली देना पड़ता है। इसके सिवा इस बिज़नस में और कोई कानूनी बंदिश नहीं होती है।
सिलाई सेण्टर के साथ सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण केंद्र खोलना

यदि आप को सिलाई-कढ़ाई की सम्पूर्ण जानकारी है और आपके पास समय है तो आप अपने सिलाई सेण्टर के साथ सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण केंद्र भी खोल सकते हैं और एक्स्ट्रा इनकम कमा सकते हैं। जैसा की आप लोग देखते होंगे आजकल सिलाई कढ़ाई सीखने का चलन सा हो गया है। विशेषकर लड़कियों में साथ ही लड़के भी सिलाई सीखकर इसे अपने एक पेशा के रूप में अपना रहे हैं। ऐसे में आप भी अपने सिलाई सेण्टर पर रहकर ही एक निशित समय पर बैच बनाकर लोगों को एक से दो घंटे प्रशिक्षण दे सकते हो और उनसे एक निश्चित शुल्क ले सकते हो यह आपके इनकम को बढ़ाने का एक नया जरिया बन सकता है।
अगर आप ग्रामीण क्षेत्र से belong करते हैं और शहर में शुरुआत नहीं करना चाहते हैं तो आप home based tailoring business भी शुरू कर सकते हैं।
यूपी सरकार ने भी इस दिशा में पहल की है इसके लिए आप यह न्यूज़ पढ़ सकते हैं।
टेलरिंग सेण्टर से कमाई (Profit in Tailoring Business Plan)
एक Tailoring Center से जहाँ तक लाभ की बात है तो इसमें एक पैन्ट शर्ट की सिलाई 350 से लेकर 500 रुपये तक पड़ती है। कोट पैन्ट की सिलाई 1000 से 1500 रुपये तक है।इस प्रकार से देखा जाय तो इसमें लागत कम सिर्फ मेहनत की कमाई होती है। इस प्रकार से यदि आप महीने में औसतन 100 कपड़े ही सिल देते हैं तब भी आप आराम से 20 से 25 हजार रुपये महीने कमा सकते हैं। इस प्रकार आप बिना ज्यादा पूँजी लगाए अपने घर पर ही या अपने पास के किसी market में भी अपना बिज़नस स्टार्ट करके आसानी से सिलाई और प्रशिक्षण से 30 से 35 हजार रुपये महीने के कमा सकते है।
निष्कर्ष
दोस्तों मुझे आशा एवं पूर्ण विश्वास है की आप Tailoring Business Plan in Hindi का ये आर्टिकल पढ़कर समझ गए होंगे कि किस तरीके से आपको Tailoring Business शुरू करना है। आपके लिए बेहतर यही होगा कि जब भी आप इस व्यवसाय को शुरू करें तो शुरुआत करने से पहले बच्चों, महिलाओं, पुरुषों आदि के विभिन्न तरह के कपड़ों को सिलने की ट्रेनिंग जरूर ले लें।
दोस्तों यदि आपको ये आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ share जरूर करियेगा धन्यवाद।